शुक्र का 26 जुलाई से मिथुन राशि में गोचर ! जानिए 12 राशियों पर क्या होगा इसका प्रभाव?

वैदिक ज्योतिष में शुक्र एक बहुत महत्वपूर्ण ग्रह है। इस संसार में जो भी भौतिक सुख सुविधाओं के साधन है वह शुक्र की कृपा से ही संभव है। किसी व्यक्ति की कुंडली में अगर शुक्र बलवान है तो उसे सभी भौतिक सुख संपदा का सुख प्राप्त होता है। शुक्र जब एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करते हैं तो पृथ्वी पर रहने वाले प्राणियों पर भी उसका प्रभाव अवश्य पड़ता है। शुक 26 जुलाई को वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे और 20 अगस्त तक इसी राशि में विराजमान रहने वाले है। शुक्र के इस गोचर से सभी 12 राशियों पर व्यापक प्रभाव होगा। आइये समझते है कि आपकी राशि पर इसका क्या प्रभाव होगा?
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र द्वितीय और सप्तम भाव के स्वामी होते हैं और शुक्र का गोचर आपके तृतीय भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के साहस, पराक्रम और भाइयों का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शुक्र की दृष्टि आपके भाग्य स्थान पर होने जा रही है। मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर मिला-जुला रहने वाला है। पराक्रम भाव में शुक्र का गोचर आपको स्त्री से कष्ट देने वाला हो सकता है। इसके अलावा आपको यात्राओं से थकान भी महसूस हो सकती है। शुक्र के इस गोचर से आपको आपके भाग्य का साथ मिलेगा। धर्म कर्म में आपकी रुचि बढ़ेगी और अगर आप पैतृक व्यवसाय करते हैं तो शुक्र यहां आपके धन की वृद्धि करने वाला रहेगा।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र प्रथम और छठे भाव के स्वामी होते हैं और अब शुक्र का गोचर आपके द्वितीय भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के परिवार, वाणी और संचित धन का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शुक्र की दृष्टि आपके अष्टम भाव पर जा रही है। शुक्र का यह गोचर वृषभ राशि के जातकों के लिए अच्छा रहने वाला है। शुक्र यहां आपकी वाणी को अच्छा करेंगे। शुक्र की कृपा से आपके जो अटके हुए काम थे वह पूरे हो जाएंगे। आपके परिवार और समाज में आपको अच्छा मान सम्मान प्राप्त होगा। इसके अलावा आपके शत्रुओं का भी खात्मा शुक्र करने वाले रहेंगे। अगर कोई बड़ी नौकरी की इच्छा है तो प्राप्त हो सकती है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र द्वादश और पंचम भाव के स्वामी होते हैं और अब शुक्र का गोचर आपके प्रथम भाव में ही होने जा रहा है। इस भाव से किसी भी जातक के व्यक्तित्व और मान सम्मान का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शुक की दृष्टि आपके सप्तम भाव पर होगी। मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर उनकी विदेश यात्रा और संतान के लिहाज से अच्छा रहेगा। आपकी संतान के साथ आपके रिश्ते और मजबूत होंगे। कार्य के सिलसिले में आप विदेश जा सकते हैं। अगर आपके कोई मित्र विदेश रहते हैं तो उनसे आपको फायदा हो सकता है। आपके वैवाहिक जीवन के लिए भी शुक्र का गोचर अच्छा है। आपकी सुंदरता में वृद्धि होगी। आपकी वाणी अच्छी होगी। आपके जीवन में किसी नए प्रेमी का आगमन भी हो सकता है।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चतुर्थ और लाभ स्थान के स्वामी होते हैं और अब शुक्र का गोचर आपके द्वादश भाव में ही होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति की विदेश यात्राएं, एकांत और आध्यात्म का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शुक्र की दृष्टि आपके छठे भाव पर होगी। शुक्र का यह गोचर कर्क राशि के जातकों के लिए कुछ दिक्कत भरा हो सकता है। इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। अगर आपको डायबिटीज है या हृदय रोग है तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लीजिए। आप अपने व्यवसाय में जिस लाभ की उम्मीद कर रहे हैं वह फिलहाल आपको प्राप्त नहीं होगा। आपको आपके कार्य क्षेत्र में भी बहुत मेहनत करनी होगी। परिवार के किसी सदस्य पर आपका पैसा खर्च हो सकता है।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र तृतीय और दशम भाव के स्वामी होते हैं और अब शुक्र का गोचर आपके लाभ स्थान में ही होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति की इच्छा पूर्ति और मित्रों का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शुक्र की दृष्टि आपके पंचम भाव पर होगी। सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र बहुत अच्छा परिणाम देने वाले रहेंगे। कार्यस्थल पर आपको अच्छा मान सम्मान प्राप्त होगा। ऐसा भी हो सकता है कि आपको प्रमोशन दे दिया जाए। आपके जीवन में किसी नए प्रेमी का आगमन हो सकता है। कार्यस्थल पर महिला सहयोगी आपकी मदद करने वाली होगी। शुक्र के इस गोचर के दौरान आपकी कुछ यात्राएं हो सकती है जिससे आपको आने वाले समय में फायदा होगा। आपके भाई बहनों का सहयोग भी इस समय आपको प्राप्त होगा। अगर आप सिनेमा ग्लैमर जगत से जुड़े हैं या अभिनय करते हैं तो जाहिर सी बात है शुक्र का गोचर आपको अच्छा फायदा देगा।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र द्वितीय और नवम भाव के स्वामी होते हैं और अब शुक्र का गोचर आपके दशम भाव में ही होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के कार्य स्थल और उसकी प्रसिद्ध का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शुक्र की दृष्टि आपके चतुर्थ भाव पर होगी। कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र का यह गोचर उनके भाग्य की वृद्धि करने वाला रहेगा। आपके संचित धन में वृद्धि होगी। कार्य स्थल पर आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। आपकी पत्नी अगर सरकारी नौकरी की तैयारी कर रही है तो उसे नौकरी भी प्राप्त हो सकती है। घर का वातावरण अच्छा रहेगा। आप अपनी पत्नी के साथ कहीं बाहर घूमने के लिए भी जा सकते हैं। अगर आप सुंदरकांड या सत्यनारायण की कथा अपने घर में करवाना चाहते हैं तो शुक्र के इस गोचर के दौरान आपके घर में धार्मिक आयोजन भी किया जा सकता है।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र प्रथम और अष्टम भाव के स्वामी होते हैं और अब शुक्र का गोचर आपके भाग्य स्थान में ही होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के भाग्य, धर्म, पिता और गुरु का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शुक्र की दृष्टि आपके तृतीय भाव पर होगी। तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर बहुत अच्छा रहने वाला है। इस समय आपका साहस और पराक्रम बढ़ा हुआ रहेगा। मीडिया, लेखन, कम्युनिकेशन, सिनेमा से जुड़े जातकों को अच्छे मौके प्राप्त होंगे। अगर आप किसी से पैसा उधार लेना चाह रहे हैं तो इस समय आपको पैसा भी प्राप्त हो सकता है। शुक्र के इस गोचर के दौरान आपको स्त्रियों का सहयोग प्राप्त होगा। आपका प्रेमी आपके साथ भावनात्मक जुड़ाव रखने वाला है। इसके अलावा ससुराल से भी आपको आर्थिक मदद प्राप्त हो सकती है। वैवाहिक जीवन बहुत अच्छा रहेगा। आपकी संतान भी शुक्र के इस गोचर के दौरान शैक्षणिक गतिविधियों में बहुत अच्छा प्रदर्शन करने में सफल होगी।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र सप्तम और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और अब शुक्र का गोचर अष्टम भाव में होने जा रहा है। इस भाव से अचानक से होने वाली घटनाओं का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शुक्र की दृष्टि आपके द्वितीय भाव पर होगी। वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। अष्टम भाव में स्त्री ग्रह का गोचर आपको स्वास्थ्य संबंधी कष्ट दे सकता है। इसके अलावा आपके शत्रु आपकी छवि को बिगाड़ने का प्रयास भी कर सकते हैं। किसी स्त्री के माध्यम से आपके चरित्र पर दाग लगाने की कोशिश की जा सकती है। इस समय आपकी वाणी थोड़ी कठोर रहेगी इसलिए आपको अपनी वाणी को मधुर रखना है। पत्नी की सेहत का भी आपको ख्याल रखना होगा। वैवाहिक जीवन में आपको कुछ तकलीफ आ सकती हैं। इसके अलावा अगर आप विदेश जाना चाहते हैं तो विदेश जाने का सपना शुक्र के इस गोचर के दौरान आपका पूरा हो सकता है। व्यापारियों के लिए समय अच्छा है।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र छठे और लाभ स्थान के स्वामी होते हैं और अब शुक्र का गोचर आपके सप्तम भाव में ही होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के वैवाहिक जीवन और साझेदारी का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शुक्र की दृष्टि आपके प्रथम भाव पर होगी। धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर अच्छा रहने वाला है। इस समय आपको आपकी पत्नी के माध्यम से अच्छे सुख की प्राप्ति होगी। अगर आप काफी समय से अपनी पत्नी के साथ कोई नया काम शुरू करना चाहते थे तो आप वह कर सकते हैं। ऐसे जातक जो स्त्रियों से जुड़ी चीजों का व्यापार करते हैं उनके लिए अच्छा समय है। आप विदेशी संबंधों से अच्छा मुनाफा भी प्राप्त कर सकते हैं। आपकी नौकरी के लिए भी यह गोचर अच्छा रहने वाला है। आपके कार्य स्थल पर आपको अच्छा सम्मान प्राप्त होगा।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पंचम और दशम भाव के स्वामी होते हैं और शुक्र का गोचर आपके छठे भाव में ही होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति के रोग, ऋण और शत्रु का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शुक्र की दृष्टि आपके द्वादश भाव पर होगी। मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर थोड़ी तकलीफ लेकर के आ सकता है। इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष तौर से ध्यान रखना होगा। मौसम से जुड़ी बीमारियां आपको परेशान कर सकती हैं। इसके अलावा आपके शत्रु आपके कार्य स्थल पर आपको परेशान भी करने वाले हैं। आप काफी मेहनत करने के बाद भी अपने सीनियर्स को प्रसन्न नहीं कर पाएंगे। आपके प्रेम संबंधों के लिए भी शुक्र का यह गोचर अच्छा नहीं है। आपके प्रेमी के साथ आपकी अनबन हो सकती है। संतान पक्ष के साथ भावनात्मक जुड़ाव खत्म हो सकता है। अगर शेयर मार्केट में निवेश करते हैं तो किसी की सलाह लेकर निवेश करिए। आर्थिक स्थिति फिलहाल ठीक दिखाई नहीं दे रही है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र दशम और भाग्य स्थान के स्वामी होते हैं और अब शुक्र का गोचर आपके पंचम भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति की शिक्षा, बुद्धि और संतान का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान शुक्र की दृष्टि आपके लाभ स्थान पर होगी। कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र का यह गोचर बहुत ही अच्छा रहने वाला है। इस समय आपके जीवन में किसी नए प्रेमी का आगमन हो सकता है। अगर आप महिला है और प्रेगनेंसी प्लान कर रही हैं तो शुक्र के इस गोचर के दौरान प्रेग्नेंट भी हो सकती है। व्यवसाय कर रहे जातकों को शुक्र का यह गोचर बहुत अच्छा मुनाफा देने जा रहा है। आपके वैवाहिक जीवन के लिए भी शुक्र का यह गोचर बहुत अच्छा रहेगा। आप अपने पिता और गुरु के माध्यम से किसी धार्मिक यात्रा का हिस्सा बन सकते हैं। धार्मिक यात्राओं में आपकी मुलाकात समाज के प्रतिष्ठित लोगों से होने वाली है। शुक्र का यह गोचर आपकी संतान के लिए भी बहुत अच्छा रहने वाला होगा।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तृतीय और अष्टम भाव के स्वामी होते हैं और अब शुक्र का गोचर आपके चतुर्थ भाव में होने जा रहा है। इस भाव से व्यक्ति की मानसिक शक्ति, मां की सेहत और भौतिक सुख सुविधाओं का ज्ञान किया जाता है। मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर उनके भौतिक सुख सुविधाओं की वृद्धि करने वाला रहेगा। इस समय आप अपने परिवार के लोगों पर धन खर्च करेंगे। आपको गुप्त स्रोत से भी धन की प्राप्ति हो सकती है। इस समय आपका मन आध्यात्मिक पूजा पाठ में अधिक लगने वाला है। यात्राएं होंगी और यात्राओं से आने वाले समय में आपको बहुत अच्छा फायदा होगा। आपके कार्य स्थल पर शुक्र का गोचर अच्छे परिणाम देने वाला रहेगा। आपके सहयोगी आपके पक्ष में रहेंगे। शुक्र के इस गोचर के दौरान आपको अपने भाइयों का और मित्रों का भी सहयोग प्राप्त होगा। आपके मित्रों के सहयोग से काफी समय से अटके हुए काम शुक्र के इस गोचर के दौरान आपके पूरे हो सकते हैं।